“Kavitaen by Kunal Shanker” एक भावनाओं से भरी कविताओं की दुनिया है, जहाँ Kunal Shanker अपने शब्दों के माध्यम से जीवन, प्रेम, संघर्ष और आत्मचिंतन को छूते हैं। इस पेज पर आप पढ़ सकते हैं उनकी चुनिंदा हिंदी कविताएँ जो दिल को छू जाती हैं और सोचने पर मजबूर कर देती हैं। हर कविता में छुपा है एक गहरा संदेश और भावनाओं का समुंदर। अगर आप हिंदी साहित्य, आधुनिक कविता, या आत्म-अनुभूति से जुड़ी कविताओं के प्रेमी हैं, तो यह संग्रह आपके लिए है।
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अनंत सागर में न जाने उठती है कितनी लहरें,
विभिन्न तरंगों में सिमटती है कई आशाएं।
हर बूँद को अपने वजूद पर गुमान है,
बस दरिया ही है जो बेजुबान है।
होने से ना होने तक का सफर है,
जिंदगी की बस यही अनकही दास्तान है ।
कुणाल शंकर
चित्रधार सी ज़िंदगी
चित्रधार सी ज़िंदगी में
एक पहलू राहत को तरस रहा है जीवन।
हुंकार भर रही हैं साँसें,
स्वदेश के प्रेम में।
कंपित है सारा रोम, मगर अब भी कुछ ये साँसें बाकी हैं।
फिर एक दौर आयेगा
फिर एक सवेरा आएगा।
जाग उठे देश के वीर,
अनंत
इन अंधियारी गलियों में,
सुकून का मशाल हाथ में लिए,
रोशन मन के हृदय में,
अनंत का धुन गुनगुनाते,
जा रहा था एक मुसाफिर ॥
ना राह की परवाह,
ना मंज़िल की थी ख्वाहिश उसकी।
भटकते भटकते यूं ही,
जो मिला एक रोज़ खुद से
तो पाया अस्तित्व, अस्थि, राख है सब।
क्या दिन और क्या रात,
क्या सच क्या झूठ
जीवन मृत्यु,
सबका रंग एक है।
अंत है सब का जिसमें
वो अनंत ही बस एक है ॥
– Kunal Shanker