आज हम नैनीताल (Nainitaal)की यात्रा का वर्णन करेंगे। यह स्थान हिमालय की छाया में बसा हुआ है और अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। यहां के नैनी झील और ऊंचे पहाड़ आपको एक अद्भुत अनुभव प्रदान करते हैं। यह उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित है, जो कि अपने नैनी झील के लिए प्रसिद्ध है। यहां की गहरी नीली झीलें, घाटियां और ऊंचे पहाड़ आपको एक अद्भुत अनुभव की यात्रा पर ले जाते हैं। नैनीताल की यात्रा एक रोमांचक और आत्मीय अनुभव हो सकती है, जो आपके जीवन के सबसे यादगार अनुभवों में से एक बन सकती है।

“नैनीताल : सफर की शुरुआत “
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Toggleशनिवार (Saturday) और रविवार(sunday ) दो दिनों के शॉर्ट ट्रिप का कहीं प्लान करना था दिल्ली से । हम लोगों ने शुक्रवार( friday)की रात को ट्रेन की यात्रा करके नैनीताल और जिम कॉर्बेट के लिए प्लान बनाया । दो दिनों की ट्रिप हम लोग आसानी से कर सकते थे और मंडे की मॉर्निंग में वापस दिल्ली आकर अपने काम को शुरू कर सकते थे ।
नैनीताल और जिम कार्बेट नेशनल पार्क के दो दिन के सफर की यात्रा का अनुभव काफी अनोखा और रोमांचक होता है ।ये दोनो ही जगह उत्तराखंड (Uttarakhand)के प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन स्थलों के रूप में लोकप्रिय है ।
हम लोगों ने 8 सदस्यों की टीम बनाई। सभी family members ही थे। वैसे भी मुझे short trip बहुत ही ज्यादा पसंद है क्योंकि बहुत अधिक दिनों तक घर के बाहर मुझे रहना पसंद नहीं है , इसलिए बीच-बीच में short trip मुझे काफी अच्छा लगता है । वैसे by road journey करना ज्यादा पसंद है क्योंकि रोड से प्राकृतिक आनंद लेने का एक अलग ही मजा है । लेकिन अभी ठंड के मौसम में कोहरे के कारण रात में visibility कम हो जाती है और गाड़ी की स्पीड काफी कम हो जाती है , जिस कारण से थोड़ी परेशानी होती है। इसलिए हम लोगों ने ट्रेन से ही जाने का निर्णय किया।Train old Delhi railway station से थी । रात में करीब 10:00 बजे ट्रेन पर चढ़ी, सुबह में 7:00 बजे काठगोदाम (kathgodam) रेलवे स्टेशन पर उतर कर by road नैनीताल की ओर अग्रसर हुई। ये एक पहाड़ी मार्ग है। सबसे पहले होटल पहुंचना था, जिसे goibibo से बुक किया था ।
वहां पहुंचने के बाद मालूम हुआ कि ये होटल रोड से काफी ऊंचाई पर है । रोड पर उतरने के लिए पहाड़ों पर पर बनी सीढ़ियों पर से उतरना या चढ़ना पड़ता , जो कठिन था। सबसे पहले उस होटल को कैंसल कर के दूसरे होटल को बुक की । ये रोड के समानांतर पर था ।
( Note – आप जब भी हिल स्टेशन पर होटल बुक करें तो इस बात की पहले अच्छे से जानकारी ले कि वो रोड के समानांतर है या नहीं ) होटल बदलने के क्रम में काफी समय बर्बाद होने के कारण 1:30 Pm पर हमलोगों ने नैना देवी मंदिर की दर्शन से नैनीताल यात्रा की शुरुआत की ।उसके बाद मंदिर के पास नैनी लेक में बोटिंग किया।आज की इस article में सिर्फ नैनीताल की यात्रा का ही वर्णन करेंएंगे। जिमकॉर्बेट नेशनल पार्क की यात्रा का वर्णन अगली article में करेंगे।
“नैनीताल की यात्रा: एक अनुभव जो आपके दिल को छू जाएगा”
नैनीताल की यात्रा एक अद्वितीय अनुभव है जो आपके दिल को छू जाएगा। इस पहाड़ी शहर की सुंदरता, शांति और प्राकृतिक सौंदर्य ने हमें अपनी ओर आकर्षित किया। यहां की शांति और सुंदरता ने हमारा मन मोह लिया।
नैनीताल यात्रा गाइड: बेहतरीन साइट्स और गतिविधियों की जानकारी
इस शहर के कुछ प्रमुख स्थल हैं , इनके अद्भुत दृश्य आपकी यात्रा को और भी सुखद बनाएगा।

नैना देवी मंदिर (Naina Devi Mandir )
यह मंदिर हिंदू पौराणिक कथाओं में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसे एक शक्तिशाली शक्ति पीठ माना जाता है जहां दिव्य स्त्री ऊर्जा की पूजा की जाती है। यह दूर-दूर से भक्तों को आकर्षित करता है जो नैना देवी को श्रद्धांजलि देने आते हैं और सुरक्षा, समृद्धि और खुशहाली के लिए उनसे आशीर्वाद मांगते हैं।
नैना देवी को पार्वती का रूप माना जाता है। जब भगवान शिव के तांडव नृत्य को रोकने के लिए उनके कंधे पर पड़े माता सती के मृत शरीर को भगवान विष्णु ने अपनी सुदर्शन चक्र से टुकड़े किए थे जो भारतीय उपमहाद्वीप में विभिन्न स्थानों पर गिरे। ये स्थान अब शक्तिपीठों के रूप में प्रतिष्ठित हैं, माना जाता है कि जहां सती के शरीर के हिस्से गिरे थे।और वो सारे जगहों को शक्तिपीठ के रूप में पूजा जाता है ।
नैनीताल के नैना देवी मंदिर में उनकी आंखे गिरी थीं, इस लिए यहां पार्वती की रूप को नैना देवी के नाम से जाना जाता है ।

नैनी लेक (Naini Lake )
नैनी झील नैनीताल का केंद्रबिंदु है। यह खूबसूरत झील पहाड़ियों से घिरी हुई है और नौकायन और सुंदर दृश्यों का आनंद लेने के लिए बिल्कुल उपयुक्त है।नैनी झील एक प्राकृतिक मीठे पानी की झील है जो नैनीताल के मध्य में स्थित है। झील का आकार अर्धचंद्राकार है, जो इसके आकर्षण को बढ़ाता है।यह झील लगभग 48 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है। इसकी गहराई अलग-अलग बिंदुओं पर अलग-अलग होती है, सबसे गहरा हिस्सा लगभग 28 मीटर तक पहुंचता है।यह झील काफी बड़ी है ,इसे दो खंडों में विभाजित किया गया है- तल्लीताल और मल्लीताल। ऊपरी खंड को मल्लीताल और निचले को तल्लीताल कहा जाता है।
तल्लीताल उत्तर की तरफ स्थित है , नैना देवी मंदिर इसी एरिया के पास स्थित ह , यह नैनीताल का मुख्य बाजार है ,जहां पर्यटकों को विभिन्न चीजों की खरीदारी करने का अवसर मिलता है।
मल्लीताल भी नैनीताल का एक प्रमुख बाजार है, जो खासकर पश्चिमी तरफ की ओर स्थित है।
तल्लीताल और मल्लीताल आपस में जलमार्ग से जुड़ा हुआ है, जो इन दोनों क्षेत्रों को एक-दूसरे से जोड़ता है।पानी पर चलने वाले वाहन जैसे कि नाव, जहाज़, बोट, आदि की मदद से लोग जल के ऊपर यात्रा करते हैं। जलमार्ग को बनाने के लिए जल में नेविगेशन के लिए रूट बनाई जाती है ताकि जलमार्ग का इस्तेमाल करके लोग सुरक्षित और तेजी से यात्रा कर सकें।
नैनी झील पर नौकायन एक लोकप्रिय गतिविधि है, जो पर्यटकों को आसपास की पहाड़ियों के मनोरम दृश्यों का आनंद लेते हुए शांत पानी का आनंद लेने का मौका देती है। पैडल नावें, रोइंग नावें और नौकाएं किराए पर उपलब्ध हैं ।नैना देवी मंदिर झील के उत्तरी किनारे पर स्थित है। यह मंदिर नैना देवी को समर्पित है और इस क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।
नैनी झील अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, खासकर सूर्योदय और सूर्यास्त के दौरान जब शांत पानी आकाश के बदलते रंगों को प्रतिबिंबित करता है।
स्थानीय किंवदंती के अनुसार, नैनी झील का नाम देवी नैना देवी के नाम पर रखा गया है, माना जाता है कि जिनकी आंखें उस स्थान पर गिरी थीं जहां अब झील है। यह किंवदंती झील में आध्यात्मिक महत्व जोड़ती है और तीर्थयात्रियों के साथ-साथ पर्यटकों को भी आकर्षित करती है।
स्नो व्यू पॉइंट (Snow view point)
नैना देवी मंदिर और नैना लेक में बोटिंग करने के बाद जब शाम हो गई तब हम लोगो ने by रोड snow view point की ओर प्रस्थान किया। यहां rope way के द्वारा भी पहुंचा जा सकता है, परंतु बीच के और भी points को देखने के ख्याल से by road ही जाना उचित लगा ।
Sunset के समय वहां के घने जंगलों में पेड़ों के बीच से सूर्य की किरणें जब छन छन कर धरती पर आ रही थी तो तो ऐसा लग रहा था जैसे धरती बिल्कुल ही सुनहरी प्रतीत हो रही थी।ये दृश्य विरले ही देखने को मिलती है ।
स्नो व्यू पॉइंट नंदा देवी, त्रिशूल और नंदा कोट चोटियों सहित हिमालय के मनमोहक मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है।इस प्वाइंट से बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियों के मनमोहक मनोरम दृश्यों को बड़ी खूबसूरती से देखा जा सकता है ।
स्नो व्यू प्वाइंट समुद्र तल से लगभग 2270 मीटर (7450 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है, जो पर्यटकों को राजसी हिमालय की प्रशंसा करने के लिए एक आश्चर्यजनक सुविधाजनक स्थान प्रदान करता है। नैनीताल शहर से यहां पर rope way या by road आसानी से पहुंचा जा सकता है।
यहां से नंदा देवी, त्रिशूल और नंदा कोट की बर्फ से ढकी चोटियों के मनोरम दृश्यों का आनंद मिलता है। नीले आकाश की पृष्ठभूमि में इन ऊंचे पहाड़ों का दृश्य वास्तव में अलौकिक है।
फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए एक लोकप्रिय स्थान है जो हिमालय की सुंदरता को कैद करना चाहते हैं। इसके अतिरिक्त, स्थानीय हस्तशिल्प और स्नैक्स बेचने वाली छोटी दुकानें और स्टॉल भी हैं, जो जगह के आकर्षण को बढ़ाते हैं।
बर्फ से ढके पहाड़ों के अलावा, स्नो व्यू प्वाइंट घने जंगलों और प्राचीन प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है, जो इसे प्रकृति प्रेमियों और साहसिक चाहने वालों के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है।
मॉल रोड ( Mall Road )
मॉल रोड, उत्तराखंड के नैनीताल में सबसे प्रतिष्ठित और हलचल भरे मार्गों में से एक है। यह रोड नैनीताल शहर के केंद्र में स्थित है और नैनी झील के समानांतर चलता है , जो दुकानों, रेस्तरां, होटलों और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों से सुसज्जित है ।यह स्थानीय हस्तशिल्प, ऊनी कपड़े, गहने, किताबें और स्मृति चिन्ह जैसे सामानों की एक विस्तृत श्रृंखला पेश करती है।
मैं भी खुद के लिए एक मोतियों से सजी पर्स खरीदी है , जिसका प्रयोग किसी भी पार्टी में मोबाइल, चश्मा और पैसे रखने के लिए कर सकते हैं ।
कुछ गहने भी खरीदे है जिसमे गले का हार , इयररिंग्स और ब्रेसलेट्स हैं । ये बहुत ही सुन्दर हैं ।
मॉल रोड कई भोजनालयों, कैफे और रेस्तरां से भरा हुआ है, हमलोगो ने दोपहर का भोजन यह किया । जो अत्यधिक स्वादिष्ट था , बिल्कुल घर के खाने की तरह ही संतोष हुआ । शाम को कई प्रकार के स्ट्रीट फूड की सुगंध और लाइव संगीत और प्रदर्शन की आवाज़ से सड़क जीवंत हो जाती है ।
मॉल रोड की सबसे खूबसूरती ये है कि टहलते समय, एक तरफ नैनी झील के सुंदर दृश्यों और दूसरी तरफ हलचल भरे शहर का आनंद ले सकते हैं। रात में करीब 7:00 बजे के बाद कुछ घंटों के लिए परिवहन के साधनों को बंद कर दिया जाता है । इस कारण से अपनी होटल तक जाने के लिए 2 – 3 किलोमीटर पैदल ही चलना पड़ा । सड़कों पर थोड़ी थोड़ी दूरी पर कई बेंच लगे हुए हैं , थक जाने पर पर्यटक वहा पर थोड़ी देर बैठ सकते हैं ।
पर्यटक इत्मीनान से घूमने के लिए सड़क पर पैदल चल सकते हैं या साइकिल रिक्शा किराए पर ले सकते हैं।
तिब्बती बाज़ार (Tibetan Market)
तिब्बती बाज़ार नैनीताल के पर्यटन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है । यह एक हलचल भरा बाज़ार जो अपने जीवंत वातावरण और विभिन्न प्रकार के तिब्बती हस्तशिल्प, कपड़े और कलाकृतियों के लिए जाना जाता है।तिब्बती बाज़ार (Tibetan Bazaar) नैनीताल का एक प्रसिद्ध बाज़ार है जो नैनीताल के मॉल रोड के पास स्थित है। यह बाज़ार अपनी तिब्बती और हिमाचली शैली के हस्तशिल्प और वस्त्रों के लिए प्रसिद्ध है।
यहां आपको विविधता में भरपूर तिब्बती और हिमाचली शैली के ऊनी वस्त्र मिलेंगे जो इस बाज़ार को विशेष बनाते हैं। इसके अलावा, आपको यहां अन्य तिब्बती और हिमाचली आभूषण, चटाई, गहने भी मिलेगी।
इसके अलावा इस बाजार में तिब्बती और हिमाचली खाद्य सामग्री भी मिलेगी जैसे कि तिब्बती चाय, मोमो, थुकपा, तिब्बती नूडल्स, आदि।
रात के 10:00 बजे तक हम लोग सिर्फ इतना ही कुछ देख पाए। जिसमें नैना देवी मंदिर , नैनी लेक , माउंटेन व्यू प्वाइंट , मॉल रोड और तिब्बती मार्केट शामिल है ।शॉर्ट ट्रिप होने के कारण और कई भी पॉइंट्स को देखना बाकी रह गया ।
नैनीताल: एक पर्यटकों की पसंदीदा गतिविधियों की यात्रा
नैनीताल के कुछ और भी लोकप्रिय आकर्षण हैं जहां हमलोग नही जा पाए । उनका विवरण नीचे है ।
Tiffin Top (Dorothy’s Seat)
टिफिन टॉप, जिसे डोरोथी सीट के नाम से भी जाना जाता है, भारत के उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित एक लोकप्रिय दृश्य और ट्रैकिंग स्थल है। टिफिन टॉप से हिमालय और नैनीताल शहर का अद्भुत मनोरम दृश्य दिखाई देता है। यह समुद्र तल से लगभग 2290 मीटर (7513 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है ।
ट्रैकिंग के लिए जाने वाला रास्ता अच्छी तरह से चिह्नित और आसान है, जो इसे विभिन्न आयु वर्ग के लोगों के लिए सुलभ बनाता है। ट्रेक विशेष रूप से सुबह या देर दोपहर के दौरान आनंददायक होता है जब मौसम सुहावना होता है और दृश्य अपने सबसे अच्छे होते हैं।
इसका नाम एक अंग्रेजी कलाकार डोरोथी केलेट के नाम पर रखा गया है, जो इस स्थान पर बैठकर सुंदर प्राकृतिक परिदृश्यों को चित्रित करते थे। बाद में उनकी स्मृति में इसका नाम बदलकर डोरोथी सीट कर दिया गया।
यह एक लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट भी है। हरा-भरा वातावरण और शांत वातावरण इसे परिवारों और समूहों के लिए आराम करने, आराम करने और प्रकृति की सुंदरता के बीच पिकनिक का आनंद लेने के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है।
ट्रैकिंग और पिकनिक के अलावा, टिफिन टॉप घुड़सवारी और रैपलिंग जैसी साहसिक गतिविधियों की पेशकश के लिए भी जाना जाता है। टिफिन टॉप तक नैनीताल शहर से आसानी से पहुंचा जा सकता है। पर्यटक या तो ट्रेक कर के जा सकते हैं या शीर्ष तक पहुंचने के लिए टट्टू या घोड़े को किराए पर ले सकते हैं।
Governor’s House (Raj Bhavan)
गवर्नर हाउस, जिसे राजभवन के नाम से भी जाना जाता है, उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित एक ऐतिहासिक वास्तुशिल्प चमत्कार है। 1899 में निर्मित, यह ब्रिटिश राज के दौरान उत्तर-पश्चिमी प्रांतों के गवर्नर के ग्रीष्मकालीन निवास के रूप में और बाद में भारत की स्वतंत्रता के बाद संयुक्त प्रांत के गवर्नर के निवास के रूप में कार्य करता था। यह भव्य औपनिवेशिक युग की इमारत उत्कृष्ट औपनिवेशिक वास्तुकला और अवधि की साज-सज्जा को प्रदर्शित करती है, जो क्षेत्र के औपनिवेशिक अतीत की झलक पेश करती है। आज, यह एक विरासत इमारत के रूप में खड़ा है जो निर्देशित पर्यटन के लिए जनता के लिए खुला है । यह एक महत्वपूर्ण स्थल है जो नैनीताल के समृद्ध इतिहास और विरासत को दर्शाता है और क्षेत्र की औपनिवेशिक विरासत का प्रतीक बना हुआ है।
Eco Cave Gardens
इको केव गार्डन, आपस में जुड़ी हुई प्राकृतिक गुफाओं और लटकते बगीचों की एक श्रृंखला है, जो रोमांच और प्राकृतिक सुंदरता का एक अनूठा मिश्रण पेश करती है। यह नैनीताल के मल्लीताल क्षेत्र के पास स्थित हैं और शहर के केंद्र से आसानी से पहुँचा जा सकता है। पर्यटक पैदल चलकर या छोटी ड्राइव करके बगीचों तक पहुँच सकते हैं।
प्रत्येक गुफा का नाम बाघ, पैंथर, साही, चमगादड़, गिलहरी और फ्लाइंग फॉक्स जैसे जानवरों के नाम पर रखा गया है, जिन्हें संबंधित जानवर के आवास का अनुकरण करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
गुफाओं के अलावा, बगीचों में हरे-भरे वनस्पतियों और सुंदर फूलों के प्रदर्शन के साथ हैंगिंग गार्डन भी हैं।
इको केव गार्डन रॉक क्लाइंबिंग और रैपलिंग जैसी साहसिक गतिविधियों की पेशकश के लिए भी जाना जाता है, जो साइट पर आने वाले साहसिक उत्साही लोगों के लिए रोमांच का तत्व जोड़ते हैं।
यह साइट परिवार के अनुकूल और सुलभ है, जो इसे पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बनाती है।
Gurney House
गुर्नी हाउस एक ऐतिहासिक इमारत है, जो प्रसिद्ध संरक्षणवादी और वन्यजीव विशेषज्ञ जिम कॉर्बेट का निवास स्थान था। 1880 के दशक में निर्मित, यह औपनिवेशिक वास्तुकला को प्रदर्शित करता है और हरे-भरे हरियाली से घिरा हुआ है। घर को एक संग्रहालय में बदल दिया गया है और यह जिम कॉर्बेट के जीवन और वन्यजीव संरक्षण में उनके योगदान के बारे में जानकारी प्रदान करता है। यह घर एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है, खासकर वन्य जीवन और संरक्षण के इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए।
St. John’s Wilderness Church
सेंट जॉन्स वाइल्डरनेस चर्च एक ऐतिहासिक एंग्लिकन चर्च है जो उत्तराखंड के नैनीताल के पास जंगल में स्थित है। 1844 में निर्मित, यह अपनी गॉथिक शैली की वास्तुकला और देवदार के जंगलों के बीच सुरम्य सेटिंग के लिए जाना जाता है। चर्च सेंट जॉन द बैपटिस्ट को समर्पित है और प्रार्थना और चिंतन के लिए एक शांत स्थान है। चर्चयार्ड में प्रसिद्ध शिकारी और संरक्षणवादी जिम कॉर्बेट का स्मारक है, जिन्होंने भारत के पहले राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
High Altitude Zoo
2,100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, यह चिड़ियाघर इस क्षेत्र के मूल निवासी जानवरों और पक्षियों की कई लुप्तप्राय प्रजातियों का घर है। हाई एल्टीट्यूड चिड़ियाघर इतनी ऊंचाई पर स्थित उत्तर भारत का एकमात्र चिड़ियाघर है। यह विभिन्न प्रकार की हिमालयी वन्यजीव प्रजातियों को उनके प्राकृतिक आवासों में रखने के लिए जाना जाता है। चिड़ियाघर दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियों जैसे हिम तेंदुए, हिमालयी भालू, तिब्बती भेड़िया और तीतर की कई प्रजातियों को देखने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है।
Khurpatal Lake
1,635 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, यह शांत झील सुरम्य परिवेश के बीच नौकायन और मछली पकड़ने के अवसर प्रदान करती है। खुर्पाताल झील एक शांत और सुरम्य मीठे पानी की झील है, जो हरे-भरे हरियाली और पहाड़ियों से घिरी हुई है। यह झील नैनी झील की तुलना में अपेक्षाकृत कम भीड़भाड़ वाली है, जो प्रकृति के बीच एक शांतिपूर्ण विश्राम प्रदान करती है। खुर्पाताल झील अपने साफ पानी के लिए भी प्रसिद्ध है, जिससे इसकी सतह पर आसपास की पहाड़ियों का प्रतिबिंब देखना संभव हो जाता है।
नैनीताल एक आकर्षक हिल स्टेशन है जो प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक अनुभवों का एक आदर्श मिश्रण पेश करता है। शांत झीलों और हरी-भरी पहाड़ियों की खोज से लेकर हलचल भरे बाजारों में स्थानीय संस्कृति में डूबने तक, नैनीताल में हर यात्री के लिए कुछ न कुछ है। गवर्नर हाउस और सेंट जॉन्स वाइल्डरनेस चर्च जैसे ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा से क्षेत्र की समृद्ध विरासत के बारे में जानकारी मिलती है। टिफिन टॉप पर ट्रैकिंग या नैनी झील पर नौकायन जैसी साहसिक गतिविधियों में शामिल होने से यात्रा में उत्साह बढ़ जाता है। जैसे-जैसे यात्रा समाप्त होती है, नैनीताल के सुंदर परिदृश्य और गर्मजोशी भरे आतिथ्य की यादें ताज़ा हो जाती हैं, जिससे यह फिर से देखने लायक जगह बन जाती है।